शुक्रवार, अगस्त 10, 2007

आओ पकाएँ - कुछ कर दिखाएँ - 1

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आइये आज सीखते हैं हरी मटर बनाना.
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आवश्यक सामग्री:
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1. मोटर कार – 1 (ध्यान रहे कि यह मोटर कार हरे रंग की ना हो)
2. हरा पेंट – 4 लीटर
3. कूची (ब्रश) – 1
4. बप्पी लाहिड़ी – 1
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कहाँ से प्राप्त करें:
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अपनी मोटर कार का प्रयोग कतई मत करिये. अपने पड़ोसी पर कुछ दिन आँख रखिये, यदि वो उनमें से हैं जिन्होंने मोटर कार सिर्फ़ इसलिये खरीदी है ताकि आपको जला सकें ना कि इसलिये कि उसे चला कर ऑफिस जाया जाये और यदि वो स्कूटर से ऑफिस जाते हुये अपनी मोटर कार को आपके घर के गेट से सटा कर महज़ इसलिये छोड़ जाते हैं कि दिन भर आपके कलेजे पर साँप लोटे, तो समझ लीजिये कि आपको मोटर कार मिल गयी है.
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कुछ दिनों तक पड़ोसी के घर से निकलने और वापस आने का समय देख कर हरी मटर बनाने का ऐसा समय चुनिये कि पड़ोसी पकाने के समय किसी भी प्रकार का विध्न डालने ना आ टपकें.
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हरा रंग और कूची निकट की रंग वाली दुकान से लीजिये. ध्यान रहे कि रंग सबसे सस्ता वाला होना चाहिये.
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बप्पी लाहिड़ी को आप ‘सारेगामा’ से पकड़ कर उठा लाइये (उठाते समय यह ध्यान रखियेगा कि इस काम के लिये आपको एक क्रेन की आवश्यकता पड़ सकती है). यदि किन्हीं कारणों के चलते (जैसे चौकीदार का आपको स्टूडियो में अंदर ना घुसने देना) यदि आप बप्पी दा को वहाँ से ना उठा पायें तो फिल्म निर्माताओं के ऑफिस के बाहर काम मांगने वालों की लम्बी कतार में बप्पी दा खड़े मिल जायेंगे, उन्हें वहीं से उठा लाइये या यह प्रलोभन दीजिये कि आप उनको किसी संगीत मुकाबले में निर्णायक का पद देंगे, वह स्वयं ही आपके पीछे चल पड़ेंगे.
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बनाने की विधि:
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पहले बप्पी दा को अपने पड़ोसी की मोटर दिखा दीजिये और फिर उनको वहाँ से हटा कर बिना खिड़की वाली कोठरी में बंद कर दीजिये.
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अब पेंट का डिब्बा खोलिये और कूची डुबो डुबो कर पड़ेसी की पूरी कार हरे रंग से रंग दीजिये. इस काम को आराम से धीरे धीरे एक ही हाथ से करिये, साथ में ध्यान रखिये कि कार का कोई भी हिस्सा बचा ना रहे – पूरी तरह हरा हो जाये.
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जरूरत होने पर एक कोट और दीजिये. ख़ास कर कि मोटर के शीशों, सीट, अंदर बिछी कालीन, बम्पर, टायर इत्यादि को दो कोट अवश्य दीजिये.
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अब पाँच मिनट तक मोटर को धूप में धीरे धीरे सूखने दीजिये. ज़रूरत होने पर शीशों पर एक कोट और लगाइये और फिर दस मिनट तक सूखने दीजिये.
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10 मिनट के बाद बप्पी दा को बाहर निकालिये और पड़ोसी की कार फिर से दिखाइये. बप्पी दा बोलेंगे,” उड़ी बाबा, खूब भालो. तूम तो घोर में ही होरी मोटर बोना लीया.” उनका यह संवाद मेहमान हिंदी ऐसे अनुवादित करेंगे,” अरे वाह, बहुत बढ़िया, तुमने तो घर में ही हरी मटर बना ली.”
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तो लीजिये तैयार हो गयी हरी मटर. शान से खाइये और मेहमानों को खिलाइये.
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बताइएगा अवश्य कि कैसा लगी.
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यह लेख आप तक पहुँचा "राष्ट्रीय पकाऊ अभियान" के सौजन्य से.

5 टिप्‍पणियां:

Dr Prabhat Tandon ने कहा…

बहुत ही जायेकेदर ! यह धाँसू आइडिया कहाँ से लाये !

सागर नाहर ने कहा…

और जब पड़ौसी पीटने आयेगा तब मार कौन खायेगा? पकवान बनाने वाला, पाठक या बप्पीदा??

मजेदार पकवान विधी दी आपने, अच्छा होता कि हरी मोटर को बनाने के बाद उसका फोटो भी दे देते जैसे अक्सर लोग ( और लुगाईयाँ!!) दिया करते हैं।

Udan Tashtari ने कहा…

विदेश में रह कर तरह तरह की डिश सीख रहे हैं एकदम लजीज.

आज देखता हूँ पड़ोसी की कार को. भप्पी दा की जगह खुद ही खड़ा हो जाऊँगा. साईज तो मैच कर ही जायेगा. :)

बढ़िया रही रेसिपि.

राकेश खंडेलवाल ने कहा…

मैं बस सोच रहा हूँ कि खाम से शुरू करूं. सामान तो सारा जुगड़िया लिया है

ePandit ने कहा…

पड़ोसी से बचने का उपाय भी साथ में बता देते।