गुरुवार, अगस्त 22, 2019

रावण का राजतिलक

लाइव देख कर टीवी पे, चिद्दू जी की जंग

दांत दबा कर उंगली को, जीजा जी हो गए दंग

जीजा जी हो गए दंग, डरे और थरथर काँपे

अगली बार कहीं ना मोदी हमको नापे

कहीं हमको ना नापे सोच, उन्होंने प्लान बनाया

मम्मी दीदी छोड़ भाग मोदी घर आया

मोदी घर आकर पांव पड़े और बात बताये

देखो चच्चा कांगरेस का हाथ काट हम आये

तुम्हरी शरण में आ पहुँचे हम मुँह में कमल दबाए

मुँह में कमल दबाये, तुम्ही अब लाज बचाओ

इन छापे वापे के चक्कर से चच्चा हमें बचाओ

मोदी मुस्काये और बोले - सही काम कर आये हो

जो छोड़ के साला, बीबी, मम्मी शरण हमारी आये हो

हाथ काट के कमल दबाए शरण हमारी आता है

पाप सभी धुल जाते हैं वो निष्पापी बन जाता है

हमरी शरण में रावण भी जो आये कमल उठाये

सीता भी उसको दे दें और राजतिलक करवाएं

बुधवार, अगस्त 21, 2019

भाग रे चिद्दू भाग

भाग रे चिद्दू भाग, भाग लंका में लग गई आग,

लंका में लग गई आग, दारोगवा पीछे लपके

जायें कहाँ छुप जाएं जहाँ हथकड़ी ना खनके

राहुल और दीदी बोले - ओ अन्ना मत घबराओ

चिंता विंता छोड़ हमरी खाट तले छुप जाओ

हमारी खाट तले छुप जाओ - तनिक ये भी कर जाना

जो लूट पाट के खाये हो, आधा हमको दे जाना

आधा हमको दे जाना, वो इन्वेस्ट करेंगे

हर बची लैण्ड गुड़गांव की डायजेस्ट करेंगे.

सोमवार, अगस्त 12, 2019

माता का सहारा

राज पाट का मोह त्याग
जब बबुआ फारेन भागे
दरबारी सब जमा हुए
माता की शरण में भागे

बोले माता ये बबुआ तो बैंकाक जा भागे
कर अनाथ कर हमको जाते ना पीछे ना कोई आगे

माता बोलीं ना घबराओ
हमरी शरण में आ जाओ
हम ऐसा मार्ग दिखायेंगे
सबके दिल पर छा जाएंगे

अब वंश वाद को चूर करेंगें
सत्ता से उनको दूर करेंगे
अब राज तुम्हें करना होगा
नेता नव अब चुनना होगा

तुम सब बैठक में आ जाओ
नेता एक नया सुझा जाओ
हम भी कुछ राह सुझाएंगे
सब मिल गुत्थी सुलझाएंगे

सब जन माता जयकार किहिन
कुछ तो सिर ताज भी लिहे पहिन
कुछ बत्तीसी भी लिहे चिहार
सोचे हमही हैं नव कुमार

बैठक में लपझप धमक गए
माता के सम्मुख चमक गए
सबने चर्चा में हाथ बटाया
फिर माता ने ये फरमाया

मैं अब कुछ नाम सुझाती हूँ
एक सूची मैं दिखलाती हूँ
विकल्प तुम्हे देती अनेक
इनमें से चुन लो कोई एक

एक तो है बबुआ की माता
या चुनो प्रियंका की माता
राजू की है मेहरारू भी
इंदिरा की बहू जुझारू भी
रैहान की लवली नानी है
वाड्रा की सास लुभानी है

सब जन गण खुशी से झूम गए
माता चरणों को चूम गए
बोले माता तुम हो महान
वारें तुम पर हम ये जहान
तुमने पॉवर का त्याग किया
पॉवर से फिर वैराग्य लिया
हम गीत तुम्हारे गाते हैं
तुम पर हम शीश नवाते हैं

मंगलवार, अगस्त 06, 2019

अधीर उवाच

एक दिखे अधीर रंजन
करिन वो सुबह सुबह मंजन
फिर लोक सभा में बैठ गए
फूफा जैसे वो ऐंठ गए
बोले हमको ये बतलाओ
विस्तार से हमको समझाओ
तुम बीजेपी के भटके नर
कुछ किरण इधर भी बिखराओ
हम सत्तर साल से बोल रहे
ये जहर सदा से घोल रहे
हम काले काले देसी हैं
मालिक गोरे परदेसी हैं
तुम काहे मासले साल्व करो
क्यों दुनिया को रिवाल्व करो
कश्मीर यू एन के पास धरो
इमरान को अंगीकार करो
तुम काहे जोड़ रहे भारत
बस सफल करो अपने स्वारथ
इटली की मेम को अपनाओ
राहुल के पग पर सो जाओ
बेंच खाओ इस भारत को
पैसा खाकर के नदारद हो
मोटा पैसा मिल जाएगा
सारा जीवन खिल जाएगा
आ तेरी सेटिंग कराते हैं
कश्मीर बेंच कर आते हैं

पी ओ के अभी तो बाकी है

अबकी मोदी पहिने सूट
पैर चढ़ा के चम चम बूट
लिया चारटर प्लेन
करे वो अमरीका स्कूट

ट्रम्प भये वेरी हैपी
पहनी पतलून तथा नैपी
जेल लगाया बालों में
क्रीम लगा कर गालों में
अगवानी में खड़े झुके
हाथ में पकड़े हुए बुके

जैसे ही मोदी आया
डॉनल्ड क्वाक क्वाक मुस्काया
उसके नारंगी गालों में
गोल्डन से उसके बालों में
एक खुशी लहर सी चमक गई
डॉनल्ड की काया दमक गई

वो लपक के गले लगाया
कानों के ये फुस्साया
हे बडी, बड़े दिन बाद दिखे
ना चिट्ठी ना पतरी भी लिखे
कश्मीर तो अब सुलझाए हो
तो फिर क्यों यहाँ को आये हो?

मोदी बोले - हे बडी सुनो ये बात
अभी तो मारी छोटी लात
मेरे भीतर उठते जज़्बात
उस पर ही करना है संवाद
जो हुआ तुच्छ सी झांकी है
पी ओ के अभी तो बाकी है
तुमको मीडियेटर बनना होगा
कश्मीर साल्व करना होगा
अब ऐसा सीन बनाते हैं
दुनिया को भी दिखलाते हैं
पी ओ के की धरती पर
भारत का ध्वज लहराते हैं

डॉनल्ड क्वाक से ये बोलिन
मोदी तुम यार बड़े डेयरिंग
चल साथ तुम्हारा देते हैं
पी ओ के भी धर लेते है.

ये मोदी फिर से खेल गया

हुए खान गम्भीर 
बैठ कर झेलम जी के तीर
बहाएं अखियन से वो नीर 
ना दूध मिला ना खीर
हाथ से जा फिसला कश्मीर
कहिन ये मोदी फिर से खेल गया
फिर बीच बजरिया ठेल गया
अमरीका भी हो आये
हम हुंआ भी नैन बहा आये
चच्चा सैम को पटा लिहे थे
साइड में अपनी सटा लिहे थे
उनहूँ से भी ये ना काँपा
उनके भी रोष को ना भांपा
सारे अनुच्छेद मिटा डाले
सीने में भोंक दिए भाले
अब कौन राग हम गाएंगे
क्या जनता को समझाएंगे
ये पाकी सेना भी मिल कर
हमरा ही बैंड बजाएगी
ऐसा खेल ये खेल गया
हमरी कुर्सी छिन जाएगी

साजन चले ससुराल

पहिन पठानी सूट खान जी अमरीका को लपके

इकनॉमी में सफर किया और ट्रंप गोद जा टपके

ट्रंप गोद जा टपके बोले भारत को समझाओ

हमको ना इग्नोर करे तुम ऐसा प्रेशर बनाओ

दहशतगर्दों गोद लिए हम दरवाजा खटकाते हैं

पीठ में छूरा भोंक सकें हम हरदम ये ललचाते हैं

ओसामा को बना के जीजा घर घर बन्दूक उगाई

भारत को ये समझा दो हो पाक के तुम्ही जमाई

हंस कर बोले ट्रंप चलो हम मेडिएशन कर लेते है

मोदी अपना बेस्ट फ्रेंड - हम झप्पी लेते देते हैं

पता चला जो मोदी को ये बात सुनी भन्नाए

ट्रम्प से बोले गन्दा बच्चा और खुट्टी कर आये.

दो पाटन के बीच में

घाटी में हम दखल करेंगे, बोले अंकल ट्रंप

ऊँघ रहे थे मोदी जी, झटके से कर गए जम्प

झटके से कर गए जम्प, कहिन ये गोरा बोले झूठ

झूठ बोलता इस डर से, पाक ना जाये रूठ

पाक ना जाये रूठ वही है सच्चा मीत कहाय

जितना भी हम जुतिया लें, वो हर दम पूँछ हिलाय